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एक मराठा लाख मराठा
बुधवार, 26 अक्टूबर 2016
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जहाँ आँख खुले
वो धरती हिन्दोस्तान की हो!
जहाँ आँख बंद हो
वो धरती भी हिन्दोस्तान की हो !
हम मर मिट भी जांए तो कोई ग़म नहीं ,
पर मरते बकत हाथों में मिटी भी हिन्दोस्तान की हो!!!!!!!!!
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